विधान सभा चुनाव का रंग भी देखने मिला दिवाली मे
छपारा:-
दीपावली का त्यौहार इस बार मक्के की फसल देरी से आने के बाद भी व्यापारियों के लिए खुशखबरी लेकर आया।
नगर में दीपावली की त्यौहारी खरीद एवं अन्य सेवाओं के जरिए बाजार में रौनक आई। नगर के कपड़ा व्यवसायी ने बताया कि दिवाली के इस अवसर पर व्यापारिक समुदाय को वित्तीय संकट से उबरने की उम्मीद है।
दीपावली की त्योहारी खरीदी उत्सव नवरात्रि के दिन 15 अक्टूबर से शुरू हुआ, दीपावली के बाद भी खरीदारी उत्सव तुलसी विवाह के दिन 27 नवंबर तक चलेगा।
वही धनतेरस से ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी वाहन खरीदी को लेकर लोगो में रुझान देखा गया, नवरात्रि की अवधि से ही दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि हुई। वाहनों की सभी श्रेणियों में टू व्हीलर, थ्री व्हीलर, वाणिज्यिक वाहन,निजी वाहन और ट्रैक्टरों में क्रमशः 52%, 115%, 48%, 70% और 58% की अत्यधिक उच्च वृद्धि हुई है। ये आंकड़े दीपावली उत्सव के दौरान अपेक्षित मजबूत कारोबार दिखाते हैं।
वही देखा गया कि भारत में निर्मित उत्पादों विशेष रूप से घर की सजावट के सामान, दीवाली पूजा के सामान जिसमें मिट्टी के दीये, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, शुभ-लाभ, ओम जैसे पारंपरिक सौभाग्य के प्रतीक, देवी लक्ष्मी एवं श्री गणेश जी की पूजा का सामान, घर की सजावट का सामान जो स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और कुशल कलाकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को देश भर के बाजारों में बड़ा व्यापार दिया।
इसके साथ ही उपभोक्ता वस्तुएं, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली उपकरण और सामान, रसोई के सामान और अन्य उपकरण, उपहार की वस्तुएं, व्यक्तिगत उपभोग्य वस्तुएं, मिष्ठान्न-नमकीन ,होम फर्निशिंग, कपड़ा, रेडीमेड वस्त्र, फैशन परिधान, कपड़ा, बर्तन, जूते, घड़ियां, फर्नीचर और फिक्स वस्त्र, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन, सौंदर्य उत्पाद, मोबाइल और उसके सहायक उपकरण, लकड़ी और प्लाईवुड, पेंट और कांच, दूध और दूध उत्पाद, डेयरी उत्पाद, किराना, खाद्यान्न, खाद्य तेल, दालें, साइकिल और उसके सामान, दीवार घड़ियां गोटा-जरी, साड़ी और ड्रेस मटेरियल आदि क्षेत्रों में व्यापार हुए हैं।
*दीपावली के त्यौहार में देखा गया चुनावी रंग*
वही दीपावली के अवसर डाली जाने वाली रंगोली में प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले विधान सभा चुनाव का रंग देखने को मिला जिसमे महिलाओं के द्वारा अपना समर्थन रंगोली के माध्यम से दिखाने का मौका मिला इस रंगोली के माध्यम से प्रदेश और अपने आसपास के स्थानीय मुद्दों को साकार किया गया है। वही महिलाओं का समर्थन कांग्रेस के प्रत्याशी के पक्ष में देखा जा रहा है।इस तरह दिवाली पर्व भी चुनाव के रंग में रंगा नजर आया।